Thursday, July 11, 2013


                                                                             


क्षमा वीरो का आभूषण है क्षमा देवताओं का गुण है क्षमा मांगना और क्षमा करना ये दैवी संपदा के गुण है क्षमा मांगने से आप का मन हल्का होता है क्षमा माँगना सरल ह्रदय की पहचान है क्षमा करना ये महानता की पहचान है क्षमा माँगना बड़ी भारी बहादुरी है और क्षमा करना ये वीरता की पराकाष्ठा है वो ही असली शक्तिशाली होने का प्रमाण दे सकता है जो भारी अपराध करने वाले के प्रति क्षमा करने का भाव रखता है ,क्षमा केवल गलती पर ही नहीं मांगनी चाहिए परमात्मा से भी रोज क्षमा मांगने से हृदय शुद्ध होता है और भाव पवित्र होते है ,क्षमा को गीता में भी महान देवी गुण बताया है ,क्षमा मांगने के कारन ही विश्वामित्र को ब्रह्म ऋषि की उपाधि प्राप्त हुई थी ,क्षमा करना तप है ,क्षमा मांगने की और क्षमा करने के अभ्यास से आप महान हो सकते है .क्षमा करने से आप सभी अन्य दुर्गुणों से बच जाते है क्षमा का गुण जहा होता है वहा द्वेष नहीं होता ,दुश्मन नहीं होते ,हानि नहीं होती ,भय नहीं होता ,क्षमा विष्णु भगवन का प्रिये गुण है ,संतो का प्रिये गुण है ,बड़े बुजुर्गो का प्रिये गुण है आप भी अपने भीतर इस सद्गुण को विकसित कीजिये और हर दिन एक नए परिवर्तन का अनुभव महसूस कीजिये 
आपका भाई .
देव पुष्करना

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